10 Lines on Bankim Chandra Chatterjee in Hindi | बंकिम चंद्र चटर्जी पर 10 लाइन

10 Lines on Bankim Chandra Chatterjee in Hindi | बंकिम चंद्र चटर्जी पर 10 लाइन 

बंकिम चंद्र चटर्जी एक भारतीय प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और पत्रकार थे। 

बंकिम चंद्र चटर्जी को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के नाम से भी जाना जाता था।

बंकिम चंद्र चटर्जी का जन्म 27 जून 1838 को कंठलपारा, पश्चिम बंगाल, भारत में हुआ था। 

उनके पिता का नाम जदबचंद्र चटर्जी था। 

उनके पिता एक सरकारी अधिकारी थे जो बाद में मिदनापुर के डिप्टी कलेक्टर बने। 

उन्हें बंगाली में साहित्य सम्राट (साहित्य के सम्राट) के रूप में जाना जाता है। 

वे भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ के रचयिता थे।

उन्होंने अपने जीवनकाल में चौदह उपन्यास लिखे।

उनके उपन्यासों का भारत की लगभग सभी भाषाओं में अनुवाद किया गया है। 

उन्होंने 55 वर्ष की आयु में 8 अप्रैल 1894 को अंतिम सांस ली।

आज, उन्हें भारत में सबसे महत्वपूर्ण साहित्यकारों में से एक के रूप में याद किया जाता है। 

10 Lines on Bankim Chandra Chatterjee in Hindi | बंकिम चंद्र चटर्जी पर 10 लाइन

बंकिमचंद्र चटर्जी एक बंगाली कवि, उपन्यासकार, लेखक और पत्रकार थे। 

उन्हें बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के नाम से भी जाना जाता था। 

उनका जन्म 27 जून 1838 को हुआ था।

भारत का राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम्’ उनकी ही रचना है।

बंगाली में, उन्हें साहित्य के सम्राट (साहित्य सम्राट) के रूप में जाना जाता है। 

उनकी प्रथम प्रकाशित रचना राजमोहन्स वाइफ थी। 

बंकिम चंद्र कलकत्ता विश्वविद्यालय के स्नातक थे।

उन्होंने डिप्टी मजिस्ट्रेट और डिप्टी कलेक्टर के रूप में भी काम किया।

उनकी साहित्यिक कृतियों में भारत और इसकी संस्कृति के प्रति उनका प्रेम झलकता है। 

बंकिम चंद्र चटर्जी को भारत के महानतम साहित्यकारों में से एक माना जाता है।

8 अप्रैल 1894 को 55 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।

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