10 Lines on Ravana in Hindi | रावण पर 10 लाइन

10 Lines on Ravana in Hindi | रावण पर 10 लाइन 

रावण हिंदू महाकाव्य रामायण में एक प्रमुख पात्र है।

रावण लंका का राजा था।

रावण के दस सिर थे; इसलिए उन्हें दशानन भी कहा जाता था।

रावण के पिता विश्वश्रवा थे तो ऋषि पुलस्त्य के पुत्र थे। 

रावण की माता कैकसी थीं जो राक्षस कुल की थीं।

रावण के छह भाई और दो बहने थीं।

रावण स्वयं ब्रह्मा का परपोता था।

रावण भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था।

रावण के पास ब्रह्मास्त्र और पाशुपतास्त्र सहित कई शक्तिशाली हथियार थे।

रावण ने भगवान ब्रह्मा से यह वरदान प्राप्त किया था कि कोई देवता, दानव, किन्नर या गंधर्व उसे कभी नहीं मार सकते।

उसने मनुष्यों से सुरक्षा का वरदान नहीं मांगा।

रावण को कई सिद्धियां प्राप्त थीं और वह बहुत शक्तिशाली था।

रावण अपने समय का एक महान योद्धा था।

रावण के शासनकाल में लंका का वैभव अपने चरम पर था।

रावण ने माता सीता का अपहरण किया था जिसके कारण भगवान राम और रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ था।

इस युद्ध में भगवान राम ने रावण का वध किया था।

रावण के पास पुष्पक विमान था उसमें मन की गति से चलने की क्षमता थी।

रावण ने रावण संहिता की रचना की थी।

रावण को ‘दशानन’ के नाम से भी जाना जाता था।

पौराणिक पात्रों में रावण को सबसे शक्तिशाली खलनायक माना जाता है।

रावण वेदों का ज्ञाता था।

रावण आधा ब्राह्मण और आधा राक्षस था।

उनकी दो पत्नियां थीं; मंदोदरी और दम्यमालिनी। किन्तु कहीं-कहीं रावण की तीसरी पत्नी का भी वर्णन मिलता है।

कहा जाता है कि रावण के दस सिर उसके विशाल ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रतिनिधित्व करते हैं।

रावण को बुराई का प्रतीक माना जाता है।

रावण के कई पुत्र थे।

मेघनाथ (इंद्रजीत) रावण का सबसे शक्तिशाली पुत्र था।

उसके कई भाई थे, जिनमें कुंभकर्ण और विभीषण शामिल थे, जिन्होंने रामायण में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।

कहानी में अपनी खलनायक की भूमिका के बावजूद, रावण को भगवान शिव की भक्ति के लिए भी याद किया जाता है।

रावण अपनी बुद्धि और शक्ति के लिए जाना जाता था।

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